उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित जनसभाओं में समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा से जुड़े माफिया हिंदुओं की हत्या और संपत्ति पर कब्जा करते थे, और समाज में अशांति फैलाने का काम करते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के शासन में यूपी अब दंगा मुक्त है, जबकि सपा शासन में हर जगह अशांति और हिंसा होती थी।
सीएम योगी ने सपा की राजनीति को ‘सैफई परिवार के विकास’ तक सीमित करार देते हुए कहा कि सपा को जनता के विकास से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा ने हमेशा जातिवाद और बंटवारे की राजनीति को बढ़ावा दिया। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि जब सपा को सत्ता मिलती है, तो गरीब हिंदू योजनाओं का लाभ पाने के बजाय हाथ पर हाथ रखकर देखते रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से सपा पर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को गुमराह करने और आपस में लड़ाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि सपा-बसपा गठबंधन सिर्फ अपनी राजनीतिक कुर्सी को मजबूत करने के लिए काम करता है, जबकि भाजपा का उद्देश्य जनता की सेवा करना है। इसके अलावा, उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और शुचिता की दिशा में भाजपा द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने अलीगढ़ में मुस्लिम लीग की स्थापना की ओर भी इशारा किया, कहकर कहा कि विभाजन के समय जो काम मुस्लिम लीग कर रही थी, वही आज सपा कर रही है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय और डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण पाकिस्तान को सख्त संदेश देगा।
सीएम योगी ने अंत में यह भी कहा कि अगर समाज को बांटा गया तो 1947 जैसा विभाजन फिर से हो सकता है, और यह केवल देश की ही नहीं, बल्कि हिंदुओं की भी नुकसानदायक स्थिति होगी। उनका कहना था कि अब इस देश में बंटवारा नहीं होगा, और अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करेगा, तो उसे कड़ा जवाब मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी जैसे प्रोजेक्ट्स से इस क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में जबरदस्त सुधार होगा। उन्होंने कांग्रेस और सपा सरकारों पर विकास के नाम पर केवल दिखावा करने का आरोप लगाया।