मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना: 401 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न,सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार, बेटियों के सम्मान का महोत्सव

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को वाराणसी के पिंडरा तहसील स्थित नेशनल इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 401 जोड़ों को विवाह के बंधन में बांधा। इस भव्य कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने इसे सामाजिक कुरीतियों, विशेष रूप से दहेज प्रथा पर जोरदार प्रहार बताया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह योजना समाज में बेटियों के विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। दहेज के कारण कई परिवार संकट में रहते हैं और बेटियां अविवाहित रह जाती हैं। ऐसे में यह योजना एक बड़ी राहत है। उन्होंने इसे सामाजिक यज्ञ की संज्ञा दी और नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।

महिलाओं के सम्मान के लिए व्यापक योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में महिलाओं को सम्मान देने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान से लेकर उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण, और प्रधानमंत्री आवास योजना ने महिलाओं को गरिमा और सुरक्षा प्रदान की है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 2 करोड़ से अधिक लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिला है।

सामूहिक विवाह योजना की सफलता
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक प्रदेश में 4 लाख से अधिक बेटियों की शादियां कराई जा चुकी हैं। इस योजना के तहत प्रति जोड़ा 51,000 रुपये की धनराशि व्यय की जाती है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की बेटियों, विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं को भी मदद प्रदान करती है।

वर-वधुओं को दिया आशीर्वाद
मुख्यमंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से कुछ नवविवाहित जोड़ों को उपहार दिए और पुष्पवर्षा कर आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि हर बेटी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, विधायक सौरभ श्रीवास्तव और कमिश्नर कौशल राज शर्मा समेत अन्य अधिकारी शामिल थे।

ऑनलाइन आवेदन और प्रक्रिया
इस योजना के तहत लाभार्थी ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। यह योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों की बेटियों के लिए सहायक सिद्ध हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और सभी उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया। इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम ने एक बार फिर समाज में बेटियों के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाया।

TOP

You cannot copy content of this page