गोरखपुर, 26 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लगभग 300 लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की मदद में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी पीड़ित की समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी ने जनता को आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का प्रभावी निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध और निष्पक्ष समाधान किया जाए। किसी भी मामले में यदि जानबूझकर देरी की गई, तो इसकी जांच कर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने जमीन कब्जाने की शिकायतों पर भी सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी पात्र व्यक्तियों को सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। विशेष रूप से, आवास की मांग करने वाले लोगों को पीएम या सीएम आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी।
इसके अलावा, कई लोगों ने इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। इस पर सीएम ने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया जल्दी पूरी की जाए ताकि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आवश्यक मदद प्रदान की जा सके।
जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने कई महिलाओं और बच्चों से भी मुलाकात की, उन्हें प्यार और दुलार के साथ आशीर्वाद दिया।
गोसेवा का अनूठा अनुभव
मुख्यमंत्री ने सुबह के समय गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन करने के बाद मंदिर की गोशाला का भी दौरा किया। उन्होंने गोवंश को अपने हाथों से गुड़ खिलाया और उनकी देखभाल की जानकारी ली। सीएम योगी ने गोशाला के कार्यकर्ताओं से गोवंश के स्वास्थ्य और पोषण के बारे में बात की और आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह प्रयास दर्शाता है कि वे जनता के प्रति कितने समर्पित हैं और प्रशासनिक लापरवाहियों के खिलाफ कितने गंभीर हैं।