मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में दी आर्थिक सहायता का भरोसा, इलाज का खर्च सरकार उठाएगी

गोरखपुर, 4 अक्टूबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में 300 से अधिक लोगों की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर आए लोगों को मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार उनके इलाज का पूरा खर्च उठाएगी, भले ही उनके पास आयुष्मान कार्ड न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जरूरतमंदों का अस्पताल से इलाज का इस्टीमेट बनाकर उनके कार्यालय को उपलब्ध कराएं ताकि विवेकाधीन कोष से मदद दी जा सके।

मुख्यमंत्री ने सभी पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनवाने के भी निर्देश दिए, ताकि भविष्य में कोई भी जरूरतमंद इलाज के लिए परेशान न हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हर पीड़ित व्यक्ति की समस्या का समाधान संवेदनशीलता और तत्परता से किया जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश

जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने जमीन कब्जा और अन्य विवादों को लेकर भी कई शिकायतें सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर किसी व्यक्ति की जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा हो या किसी प्रकार की दबंगई की जा रही हो, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि हर पीड़ित को न्याय मिले और उसकी समस्या का निस्तारण निष्पक्ष और संतुष्टिपरक तरीके से किया जाए।

बच्चों से मिले और पढ़ाई के लिए प्रेरित किया

मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां आए बच्चों से भी मुलाकात की। उन्होंने बच्चों से उनके नाम और पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने बच्चों को अधिक मेहनत से पढ़ने के लिए प्रेरित किया और उन्हें चॉकलेट गिफ्ट कर विदा किया। बच्चों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

गोशाला में की गोसेवा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पारंपरिक दिनचर्या के अनुसार गोशाला जाकर गोसेवा भी की। गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में उन्होंने गायों को अपने हाथों से गुड़ खिलाया और कुछ समय गोवंश के साथ बिताया। गोसेवा के दौरान उन्होंने गायों की देखभाल की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को गोशाला में आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री का यह दौरा नवरात्रि के पहले दिन का था, जिसे उन्होंने जनता की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के साथ-साथ धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेकर पूरा किया।

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