काशीवार्ता न्यूज़।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक विशेष बैठक में हाल के दिनों में खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट और अन्य गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर चर्चा की। उन्होंने इस पर रोक लगाने के लिए जल्द ही कठोर कानून लाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जूस, दाल और रोटी जैसी वस्तुओं में मानव अपशिष्ट या अखाद्य सामग्री की मिलावट से आम जनता के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और यह सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला कृत्य है। ऐसे अपराधों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित करने और उपभोक्ताओं का विश्वास बनाए रखने के लिए कठोर कानून बनाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे और स्ट्रीट वेंडर्स से जुड़ी गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए सख्त कानून तैयार किया जाए। इस कानून के तहत अपराधी को जेल और आर्थिक दंड की सजा का प्रावधान किया जाएगा।
उपभोक्ताओं को खाद्य प्रतिष्ठानों और वहां कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी प्राप्त करने का अधिकार होना चाहिए। इसके लिए प्रतिष्ठानों में साइनबोर्ड और सभी कर्मचारियों के पहचान पत्र अनिवार्य किए जाएंगे। छद्म नाम से काम करने या गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान किया जाएगा।
साथ ही, सभी खाद्य प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और न्यूनतम एक माह की फुटेज सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है। रसोई और भोजन कक्ष में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए सभी कर्मचारियों को मास्क, दस्ताने और सिर ढकने का आदेश दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि किसी प्रतिष्ठान में किसी घुसपैठिये या अवैध विदेशी नागरिक की पुष्टि होती है तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।