देश और प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना
अयोध्या, 5 दिसम्बर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान गुरुवार को अयोध्या में विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाकर दर्शन-पूजन किया और 43वें रामायण मेले का उद्घाटन किया। राम कथा पार्क हेलीपैड पर आगमन के बाद मुख्यमंत्री सीधे रामकथा पार्क पहुंचे। यहां उन्होंने मेले का उद्घाटन करते हुए रामायण की महत्ता और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने पर जोर दिया।
इसके बाद मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने संकटमोचन हनुमानजी के चरणों में शीश नवाया और विधिवत पूजा-अर्चना की। सीएम ने आरती उतारी और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। हनुमानगढ़ी के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन किए। रामलला के चरणों में साष्टांग दंडवत होकर उन्होंने प्रभु श्रीराम से देश और प्रदेश के कल्याण की कामना की।
रामायण मेले का उद्घाटन
रामकथा पार्क में आयोजित 43वें रामायण मेले में मुख्यमंत्री ने भाग लिया। अपने संबोधन में उन्होंने रामायण की शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह ग्रंथ न केवल भारतीय संस्कृति की धरोहर है, बल्कि मानवता के लिए पथ-प्रदर्शक भी है। उन्होंने जनता से श्रीराम के आदर्शों को अपनाने और समाज में मर्यादा और सदाचार की स्थापना का आह्वान किया।
हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन-पूजन
रामायण मेले के बाद मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ी पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान हनुमान की पूजा की और आरती उतारी। इसके बाद मुख्यमंत्री रामलला के दर्शन के लिए गए। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में उन्होंने रामलला के समक्ष अपनी हाजिरी लगाई। पूजा के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और कल्याण के लिए प्रार्थना की। उन्होंने मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों से प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
पिछले दौरे की चर्चा
इससे पहले, मुख्यमंत्री 20 नवम्बर को अयोध्या के सुग्रीव किला द्वार के लोकार्पण और संत सम्मेलन के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। अयोध्या में धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में उनकी सक्रियता लगातार बढ़ रही है, जो इस पवित्र नगरी के महत्व को रेखांकित करती है।
मुख्यमंत्री का यह दौरा अयोध्या के धार्मिक और सांस्कृतिक विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।