वाराणसी(काशीवार्ता): छठ पूजा का महापर्व इस वर्ष 5 नवंबर से शुरू हो रहा है। वाराणसी के बरेका स्थित सूर्य सरोवर कुंड पर इस आयोजन के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं। छठ पूजा समिति ने इस बार एक नई व्यवस्था के तहत पास जारी किए हैं, जिनके आधार पर ही महिलाओं के साथ उनके परिवार के लोगों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
विशेष पास व्यवस्था
छठ पूजा के दौरान सूर्य सरोवर पर हर वर्ष काफी भीड़ होती है, और इसे देखते हुए इस बार सुरक्षा और व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से पास का प्रबंध किया गया है। इसका उद्देश्य है कि व्रती महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वे सकुशल पूजा कर सकें। रविवार तक समिति ने 600 पास का वितरण कर दिया है।
सफाई और सुविधाओं का विशेष प्रबंध
समिति ने आयोजन स्थल पर व्यापक साफ-सफाई की व्यवस्था की है। घाटों और सीढ़ियों की सफाई कराई जा रही है और रंग-रोगन का कार्य भी हो रहा है। कुंड में पूरी तरह से पानी भरा जाएगा। इस बार व्रती महिलाओं के लिए 22 चेंजिंग रूम भी बनाए जा रहे हैं ताकि पूजा के बाद उन्हें कपड़े बदलने में कोई दिक्कत न हो।
भजन संध्या और धार्मिक आयोजन
समिति के अध्यक्ष चंद्रेश्वर ओझा ने बताया कि 6 नवंबर को सूर्य सरोवर पर भगवान सूर्य की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा। 7 नवंबर को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भक्तिमय माहौल के बीच भजनों का आनंद लिया जा सकेगा। रात्रि में 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ होगा। अगले दिन, 8 नवंबर को सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। इस तरह पूरे आयोजन में धार्मिक माहौल बना रहेगा और श्रद्धालुओं को विशेष आध्यात्मिक अनुभव मिलेगा।
वाहन पार्किंग की व्यवस्था
समिति के महामंत्री अजय कुमार ने जानकारी दी कि छठ पूजा में शामिल होने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था तीन स्थानों पर की जाएगी। श्रद्धालु अपने वाहनों को बरेका इंटर कॉलेज मैदान, बरेका पुलिस चौकी के सामने वाली कॉलोनी और बाल निकेतन स्कूल के पास पार्क कर सकेंगे। पार्किंग की इस व्यवस्था से यहां तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस प्रकार, इस वर्ष छठ पूजा के पर्व को सुव्यवस्थित और सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए समिति ने विशेष प्रयास किए हैं, ताकि व्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।