नाटी इमली का विश्वप्रसिद्ध भरत मिलाप: एक सांस्कृतिक धरोहर

नाटी इमली का भरत मिलाप, वाराणसी की प्राचीन और सांस्कृतिक धरोहरों में से एक है जिसे विश्वभर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। दशहरा के अगले दिन, विजयादशमी को इस ऐतिहासिक स्थान पर आयोजित होने वाला यह आयोजन पौराणिक और धार्मिक महत्व से परिपूर्ण है। इतिहास और परंपरा:भरत मिलाप की कहानी रामायण…

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बुराई पर जीत का प्रतीक है विजयादशमी का पर्व-कुलपति

वाराणसी। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बिहारी लाल शर्मा ने विजयदशमी का पावन पर्व पर भारतीय संस्कृति में अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इसका शास्त्रीय महत्व गहराई से भारतीय धर्म और दर्शन में समाहित है। विजयदशमी का पर्व शास्त्रों में विशेष स्थान रखता है। इस दिन श्रीराम के रावण पर विजय के…

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विजयादशमी पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में शस्त्रपूजन: सनातन शौर्य का उत्सव

वाराणसी(काशीवार्ता)।विजयादशमी, जो सनातन शौर्य, वीरता एवं विजय का प्रतीक है, भारतवर्ष में अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर काशी के पवित्र तीर्थस्थल, श्री काशी विश्वनाथ धाम में शस्त्रपूजन का भव्य आयोजन 12 अक्टूबर 2024 यानी आज होने जा रहा है। इस अवसर पर शैव परंपरा के अंतर्गत, मंदिर में स्थित…

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नाटी इमली का विश्व प्रसिद्ध भरत मिलाप: आस्था और परंपरा का संगम

वाराणसी(काशीवार्ता)। विश्व की सबसे प्राचीन नगरी, अपने धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं धरोहरों में से एक है नाटी इमली का भरत मिलाप, जो हर वर्ष विजयादशमी के अगले दिन मनाया जाता है। यह आयोजन न केवल काशी की सांस्कृतिक पहचान है, बल्कि भारत के सांस्कृतिक कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी…

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विजयादशमी: असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक

विजयादशमी, जिसे दशहरा के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति और धर्म में सत्य की असत्य पर विजय का प्रतीक है। यह पर्व हर वर्ष अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध करके अधर्म पर धर्म की जीत स्थापित की…

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वेदों में वर्णित ज्ञान-विज्ञान की परम्परा व शीर्षोन्नति को प्राप्त कर देश विश्वगुरु को प्राप्त करेगा-कुलपति

12 मार्च से चल रहे महायज्ञ के 212 वें दिन शतचण्डी यज्ञ वाराणसी। हिंदू धर्म में पूजा-पाठ, उपवास व धार्मिक अनुष्ठान का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि धार्मिक अनुष्ठान करते समय देवी-देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है, और जीवन में चल रही कई तरह की बाधाएं खत्म हो जाती हैं। हिंदू…

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नवरात्र के नौवें दिन माता सिद्धिदात्री देवी का मंगला श्रृंगार दर्शन

वाराणसी(काशीवार्ता)।नवरात्रि के नौवें दिन, भक्तगण माता सिद्धिदात्री देवी के मंगला श्रृंगार दर्शन के लिए विशेष श्रद्धा और उत्साह के साथ एकत्रित होते हैं। माता सिद्धिदात्री देवी को नवरात्र के अंतिम दिन पूजा जाता है, जो साधकों को सभी प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति कराने वाली देवी मानी जाती हैं। मंगला आरती और श्रृंगार दर्शन का…

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शारदीय नवरात्र: माँ कालरात्रि के सातवें दिन का प्रातःकालीन श्रृंगार दर्शन

वाराणसी(काशीवार्ता)।अश्विन मास के शुक्ल पक्ष में मनाए जाने वाले शारदीय नवरात्र का सातवां दिन माता कालरात्रि की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है। इस दिन श्रद्धालु भक्ति भाव से ओतप्रोत होकर माता के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंदिरों में उमड़ते हैं। इसी क्रम में माता कालरात्रि के प्रातःकालीन श्रृंगार दर्शन…

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शारदीय नवरात्र के सातवें दिन माता विंध्यवासिनी का मंगला श्रृंगार दर्शन: श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, गूंजे जयकारे

काशीवार्ता न्यूज़।शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर सातवें दिन माता विंध्यवासिनी का मंगला श्रृंगार विशेष रूप से किया गया। इस अवसर पर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मां के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्तजन मंदिर पहुंचे और माता रानी के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। मंदिर में श्रद्धालु सुबह…

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विंध्याचल में शारदीय नवरात्र की षष्ठी पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

काशीवार्ता न्यूज़।विंध्याचल, मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी देवी के दरबार में शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। हर वर्ष की तरह इस बार भी नवरात्र के पावन अवसर पर दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु मां के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विंध्याचल पहुंचे हैं। षष्ठी के…

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