
वाराणसी।17 मई, 2025 को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के अवसर पर वाराणसी के राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय,वाराणसी में मरीजों को उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) से बचाव हेतु मरीजों को इसके कारण, लक्षण, रोकथाम और आयुर्वेदिक उपचार के बारे में जानकारी दी गई।
इस वर्ष वर्ल्ड हाइपरटेंशन दिवस की थीम है -“अपने रक्तचाप को सही तरीके से मापें, उसे नियंत्रित करें और स्वस्थ जीवन जिएं”
और इसी उद्देश्य से चौकाघाट स्थित राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय , वाराणसी की प्राचार्य प्रोफेसर नीलम गुप्ता के नेतृत्व में और वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ अरविंद सिंह के सहयोग से कायचिकित्सा एवं पंचकर्म विभाग के डॉ अजय कुमार ने कायचिकित्सा की ओपीडी में आने वाले रोगियों के ब्लड प्रेशर की जांच कराई गई और जिन व्यक्तियों का ब्लड प्रेशर ज्यादा पाया गया उनको इससे बचाव के उपायों के बारे में बताया गया। मरीजो के ब्लड प्रेशर की जांच विभाग के जूनियर चिकित्सक डॉ सुरभि सिंह, डॉ मुस्कान मौर्य और डॉ सूरज सोनी, डॉ निधि पांडेय द्वारा किया गया।
क्या है हाइपरटेंशन से बचाव के उपाय –
आहार संबंधित सुझाव – डैश डाइट (DASH ) – इसके निम्न सुझाव है-
- कम नमक: दिन में 2,300 मिलीग्राम से कम सोडियम (आदर्श: 1,500 मिलीग्राम)।
- हरी सब्जियां और फल: पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पालक, केला, संतरा।
- साबुत अनाज: ब्राउन राइस, ओट्स,
- लो-फैट डेयरी: दही, स्किम दूध।
- लीन प्रोटीन: मछली, चिकन, दालें; रेड मीट कम करें।
- नट्स और बीज: बादाम, अखरोट, अलसी (सीमित मात्रा में)।
- प्रोसेस्ड फूड से बचें: डिब्बाबंद भोजन, फास्ट फूड, और ज्यादा चीनी।
लाइफस्टाइल बदलाव:
- नियमित व्यायाम: दिन में 30 मिनट तेज चलना, योग या साइकिलिंग (हफ्ते में 5 दिन)।
- वजन नियंत्रण: बीएमआई 18.5-24.9 के बीच रखें।
- तनाव प्रबंधन: ध्यान, प्राणायाम (अनुलोम-विलोम, भ्रामरी)।
- धूम्रपान और शराब छोड़ें: या सीमित करें।
- नींद: 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद।
- नियमित जांच: रक्तचाप की निगरानी और डॉक्टर से परामर्श
यदि प्रत्येक व्यक्ति इन सुझावों पर अमल करता है तो हाइपरटेंशन नियंत्रित करने और हृदय स्वास्थ्य में सुधार काफी बेहतर तरीके से होता है।