लखनऊ। 18वीं लोकसभा की औपचारिक शुरुआत सोमवार 24 जून 2024 को हो गई है। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ली। इस दौरान संसद में विपक्ष वाली बेंच पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं कन्नौज के नवनिर्वाचित सांसद अखिलेश यादव के साथ फैजाबाद लोकसभा सीट से सांसद अवधेश प्रसाद एक पंक्ति में बैठे हुए नजर आए। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने 37 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है. इस कामयाबी के बाद सपा अब देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। लोकसभा में सपा को महत्वपूर्ण स्थान मिला है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोकसभा में विपक्ष की बेंच में पहली कतार में सीट मिली है। लोकसभा में अखिलेश यादव सदन के नेता प्रतिपक्ष वाली लाइन में बैठेंगे। समाजवादी पार्टी लोकसभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके पास 37 लोकसभा सदस्य हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने उत्तर-प्रदेश में अलायंस किया था जिसका परिणाम उन्हें अच्छा मिला। वहीं संसद में यह तस्वीर देखते हुए BJP की धड़कनें बढ़ती गई हैं।
सूत्रों की मानें तो यह देखते हुए NDA गठबंधन और बीजेपी की टेंशन बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। क्योंकि भाजपा को जहां से सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं उसी सीट से हार गई। दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान BJP फैजाबाद लोकसभा सीट हार गई। सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को 50 हजार से अधिक मतों से हराया था। अखिलेश और राहुल के साथ अवधेश प्रसाद को बिठाने के पीछे का यह मकसद माना जा रहा है कि यूपी में सपा और कांग्रेस का अलायंस बीजेपी को यह एहसास कराना चाहता है कि वह जिस मुद्दे पर सबसे ज्यादा मुखर थी, जनता ने उसे ही नकार दिया है।
आपको बता दें कि लोकसभा के पहले सत्र की पहली बैठक सोमवार को शुरू हुई। जिसमें सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही शुरू कराई। इस दौरान संसद में समाजवादी पार्टी के सभी सांसद एक साथ हाथों में संविधान की कॉपी लेकर संसद पहुंचे। उनके साथ सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें बधाई दी।
महत्वपूर्ण बिंदु
प्रधानमंत्री मोदी हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव के बाद लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं।
कार्यवाही शुरू होते ही सदन के नेता होने के नाते मोदी ने सबसे पहले शपथ ली।
इससे पहले महताब ने राष्ट्रपति भवन में सदन के सदस्य और प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली थी।