
बनारस दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य द्वारा राहुल गांधी जी को पाकिस्तान का प्रवक्ता कहने पर महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने आपत्ति दर्ज कराते हुए एक पोस्टर जारी करते हुए केशव मौर्य को भारतीय जनता पार्टी के पाकिस्तान प्रेम पर अध्ययन करने का सलाह प्रदान करते हुए निम्नलिखित तथ्य देते हुए कहा कि केशव मौर्य खुद चुनाव नही जीत पाए अपने अकावो व सरपरस्तों को खुश करने व अपनी कुर्सी बचाये रखने हेतु लगातार राहुल गांधी जी पर अनर्गल प्रलाप अलापते रहते हैं मेरी सलाह हैं निम्नलिखित तथ्यों को गौर से सुनने व पढ़ने के बाद राहुल गांधी जी पर अगली बार कोई बयान बाजी करे जबकि
बीजेपी नेताओं का पाकिस्तान प्रेम का कई बार सामना कर चुका हैं-1977 में विदेश मंत्री अटल बिहारी बाजपेई के कहने पर पाकिस्तान से राजनयिक संबंध सुधारने के नाम पर प्रधानमंत्री मोरारजी भाई ने इंदिरा गांधी द्वारा पाकिस्तान में जासूसी करने के लिए बनाई गई RAW की काउंटर इंटेलिजेंस CIT-X विंग को बंद कर दिया.
जिसके बदले में पाकिस्तान ने मोरारजी भाई को पाकिस्तान के सबसे बड़े पुरस्कार ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ से नवाजा!
प्रधानमंत्री बनते ही अटल बिहारी बाजपेई नवाज शरीफ से मिलने घुटनों के बल लाहौर पहुंच जाते हैं, और बदले में पाकिस्तान कारगिल में अपनी फौज में भेज देता है!
मोदीजी बिन बुलाए नवाज शरीफ की बिरयानी/ केक खाने इस्लामाबाद क्या गए कि पाकिस्तान के आतंकवादी पठानकोट मे घुस आए.
प्रधानमंत्री मोदी ने आईएसआई के जासूसों को पठानकोट एयरबेस की सैर कराई और नवाज शरीफ को यह आश्वासन दिया कि ‘हम तुम्हारे हैं सनम’
लगातार कई बिजेपी कार्यकर्तावो द्वारा जासूसी करने में संलिप्तता जग जाहिर हैं!
वही दूसरी तरफ गांधी परिवार का देश निर्माण में त्याग बलिदान सर्व विदित हैं,इसलिए केशव मौर्य जी सस्ती लोकप्रियता के लिए सूरज को दिया दिखाने का प्रयास न ही करें अन्यथा कांग्रेस कार्यकर्ता आपको माकूल जवाब देने के लिये बाध्य होगा!!