बांग्लादेश में हालिया अशांति और सामाजिक उथल-पुथल के कारण हजारों बांग्लादेशी हिंदू बंगाल के कूचबिहार जिले के सितालकुची में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास इकट्ठा हो गए हैं। ये लोग बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) से भारत में प्रवेश की अनुमति के लिए निवेदन कर रहे हैं। इस भीड़ में कई लोग ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए देखे गए, जिससे उनकी धार्मिक पहचान और सुरक्षा की जरूरत का अहसास होता है।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं, जिनमें धार्मिक स्थलों पर हमले, संपत्ति की क्षति, और व्यक्तिगत हमले शामिल हैं। इन घटनाओं से पीड़ित होकर, कई हिंदू परिवार अपनी जान और सम्मान की सुरक्षा के लिए भारत की ओर देख रहे हैं। हाल के हफ्तों में राजनीतिक अस्थिरता और धार्मिक तनाव ने इन समुदायों के लिए स्थिति को और भी विकट बना दिया है।
सितालकुची में BSF के सामने खड़े बांग्लादेशी हिंदू समुदाय के लोग अपने सुरक्षित भविष्य की तलाश में हैं। ये लोग आशा करते हैं कि भारत, जो एक धर्मनिरपेक्ष और विविधता में एकता का प्रतीक है, उन्हें शरण देगा। भारतीय सरकार और BSF के लिए यह एक संवेदनशील स्थिति है, जिसमें उन्हें सुरक्षा चिंताओं और मानवीय दृष्टिकोण को संतुलित करना होगा।
इसके साथ ही नवनियुक्त बांग्लादेश सरकार को अपने देश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति फिर से उत्पन्न न हो।
इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति की ओर आकर्षित किया है, और सभी संबंधित पक्षों से इस दिशा में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही की उम्मीद की जा रही है।