नेशनल डेस्क। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना दोनों देशों के बीच पहले से ही घनिष्ठ संबंधों को और अधिक बढ़ाने के लिए शुक्रवार से भारत की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर आएंगी। लोकसभा चुनावों के बाद भारत में नई सरकार के गठन के बाद यह किसी विदेशी नेता की पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा होगी।
हसीना भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के उन सात शीर्ष नेताओं में शामिल थीं, जो नौ जून को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। मोदी और हसीना के बीच शनिवार को व्यापक वार्ता होगी, जिस दौरान दोनों पक्षों द्वारा कई क्षेत्रों में सहयोग के लिए कई समझौते किए जाने की संभावना है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 21 और 22 जून को भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगी।” इसमें कहा गया है, “18वीं लोकसभा चुनाव के बाद भारत में सरकार बनने के बाद यह पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मोदी के साथ द्विपक्षीय विचार-विमर्श के अलावा, हसीना का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार शाम को हसीना से मुलाकात करेंगे। एक सूत्र ने बताया कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बातचीत द्विपक्षीय संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने पर केंद्रित रहने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत और बांग्लादेश के बीच समग्र सामरिक संबंधों में विकास हुआ है। बांग्लादेश भारत की “पड़ोसी पहले” नीति के तहत एक महत्वपूर्ण साझेदार है और यह सहयोग सुरक्षा, व्यापार, वाणिज्य, ऊर्जा, संपर्क, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा और समुद्री मामलों तक फैला हुआ है।