माननियों की फौज, जनधन पर मारे मौज
प्रत्येक वर्ष शैक्षणिक यात्रा के नाम पर जाता है पार्षदों का दल अब तक एक दर्जन से अधिक हुईं यात्राएं, सार्थक नहीं हुआ निहितार्थ वाराणसी। चाहे सपा, कांग्रेस, बसपा हो या फिर भाजपा। जनहित की चासनी में पगी उनके नेताओं की बातें भ्रम की इतनी मिठास घोलती हैं कि आमजन उन्हें सिर-आँखों पर बैठा लेता…