
तेहरान/वॉशिंगटन।
मध्य-पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच चुका है। ईरान और इजरायल के बीच जारी टकराव के बीच अब अमेरिका ने सीधी सैन्य कार्रवाई करते हुए ईरान पर हमला कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की और कहा कि यह कार्रवाई क्षेत्र में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से की गई है।
जानकारी के मुताबिक, अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों—फोर्डों, नतांज और एस्फाहान—पर हवाई हमले किए। इन ठिकानों को ईरान की परमाणु शक्ति का आधार माना जाता है। सबसे बड़ा हमला फोर्डों ठिकाने पर हुआ, जहां अमेरिका ने बम का पूरा पेलोड गिराया। विशेषज्ञों के अनुसार यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है।
यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब ईरान और इजरायल के बीच हमले और प्रतिघात की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमले के बाद ट्वीट कर कहा, “अब वक्त है कि क्षेत्र में शांति बहाल हो। हमने संयम बरता, लेकिन अब खामोश रहना संभव नहीं था।”
ईरान ने भी इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। ईरानी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इस हमले के बाद मध्य-पूर्व में हालात और बिगड़ सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह झड़प एक बड़े युद्ध का रूप ले सकती है, जिससे वैश्विक स्तर पर शांति और तेल आपूर्ति दोनों प्रभावित हो सकते हैं।