बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता व साफ सफाई के साथ शिक्षा व खेल भी जरूरी-अशोक तिवारी, महापौर

चेतगंज स्थित आर्य महिला इंटर कॉलेज में मनाया गया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस

महापौर और सीएमओ ने छात्राओं को पेट के कीड़ों से बचाव की दवा खिलाई

दिवस पर वाराणसी में करीब 12 लाख बच्चों को खिलाई गई दवा

छूटे हुए बच्चों के लिए 14 अगस्त को चलेगा मॉप अप राउंड

     वाराणसी(काशीवार्ता)। महापौर अशोक तिवारी ने चेतगंज स्थित आर्य महिला इंटर कॉलेज में शनिवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का उदघाटन किया । उक्त कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और स्वागत गीत से की गई। इस मौके पर महापौर अशोक तिवारी, सीएमओ डॉ संदीप चौधरी, एसीएमओ डॉ संजय राय, स्कूल  प्रबन्धक अमूल्य शर्मा व प्रधानाचार्य डॉ प्रतिभा यादव ने छात्राओं को पेट के कीड़े निकालने की दवा (एल्बेण्डाजोल) खिलायी। उदघाटन के अवसर पर आर्य महिला स्कूल में करीब 1200 छात्राओं को दवा खिलाई गई। 
महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि सेहतमंद भविष्य और बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता व साफ- सफाई के साथ शिक्षा और खेल भी बहुत जरूरी है। काशी में शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, संस्कृति और स्वच्छता पर पूरा ज़ोर दिया जा रहा है। काशी के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। 



उन्होंने बच्चों से अपील की कि पेट में कीड़े, खुले में शौंच करने से, बिना हाथ धोये खाना खाने से, नाखूनों के न कटे होने से और साफ-सफाई न रखने से होते हैं। इसके लिए सभी को शौंच के बाद एवं खाना खाने से पहले अच्छी तरह हाथ धोना चाहिए। नाखूनों को साफ रखना चाहिए। उन्होने कहा - पेट के कीड़ों से बचाव के लिए एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को दवा खिलाई जाती है, जिससे उनको कृमि से राहत मिल सके और शारीरिक एवं बौद्धिक विकास निरंतर होता रहे। यह गोली हर छः माह में एक बार खिलाई जाती है।    
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि पेट में कीड़े होने से बच्चे कुपोषित हो जाते हैं। उनमें खून की कमी (एनीमिया) हो जाती है, जिसके कारण बच्चे कमजोर होने लगते हैं। उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए कृमि से छुटकारा जरूरी है। यह तभी संभव है जब बच्चों, किशोर-किशोरियों को समय से कृमि मुक्ति की दवा खिलायी जाए। उन्होंने कहा कि खेलकूद के लिए बेहतर स्वास्थ्य होना बहुत जरूरी है। अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों को इस परेशानी से बचाने के लिए कीड़े निकालने की दवा उन्हें जरूर खिलाएं। सीएमओ ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस हर वर्ष 10 अगस्त को मनाया जाता है। 
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ संजय राय ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर शनिवार को जनपद में करीब 12 लाख बच्चों व किशोरों को दवा खिलाई गई, जो बच्चे दिवस पर दवा खाने से छूट गये हैं, उन बच्चों के लिए 14 अगस्त को मॉप अप राउंड आयोजित होगा। इसमें छूटे हुए सभी बच्चों को भी दवा से आच्छादित कर लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया जायेगा।
स्कूल के प्रबन्धक अमूल्य शर्मा और प्रधानाचार्य डॉ प्रतिभा यादव ने छात्राओं को प्रोत्साहित किया और भविष्य में भी इसी तरह के स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल व सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के लिए सराहना की। इस दौरान बाल सभा और कजरी उत्सव का भी आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न कक्षाओं की 20 टीमों ने लोक गीत व भक्ति संगीत का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन छाया खरे ने किया। इस मौके पर एमओआईसी डॉ ईशिता पाठक, डीसीपीएम रमेश प्रसाद वर्मा, एवीडेंस एक्शन से मनीष सिंह, शिक्षक डॉ गीतिका, गायत्री द्विवेदी, श्रुति मिश्रा, छाया सिंह, सुधा रानी पाठक, स्टाफ नर्स किशन विश्वकर्मा, अंजलि मौर्य, एलटी अभिषेक सिंह, संगीता सिंह, आशा प्रीति, कंचन, रंजना सहित बड़ी संख्या में स्कूली छात्राएं व एवं अन्य लोग मौजूद रहे।  

कृमि संक्रमण के लक्षण-
दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, उल्टी और भूख न लगना कृमि संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं ।
बच्चे के पेट में कीड़े की मात्रा जितनी अधिक होगी, संक्रमित व्यक्ति के लक्षण उतने ही अधिक होंगे।
हल्के संक्रमण वाले बच्चों में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं।

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