वाराणसी (काशीवार्ता)। दीवानी न्यायालय परिसर स्थित सिविल जज जूनियर डिवीजन तृतीय कुलदीप यादव की अदालत में बुधवार को पेशी पर आए धर्मांतरण कर निकाह कराने के मामले के आरोपियों की अधिवक्ताओं ने जमकर पिटाई कर दी। आरोपी जैतपुरा व जलालीपुरा निवासी मौलवी मोहसीन, मध्यस्थ मुरसलीन और गवाह आबिद सुल्तान उर्फ राजू को पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच पेश करने पहुंची थी।
जैसे ही अधिवक्ताओं को इसकी भनक लगी, आक्रोशित वकीलों ने आरोपियों को देख हमला बोल दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि साथ आए पुलिसकर्मी भी भयभीत होकर आरोपियों को किसी तरह न्यायालय कक्ष के भीतर ले जाकर शरण दिलाए। इस दौरान बीच-बचाव में कुछ अधिवक्ता और पुलिस कर्मी भी हाथापाई के शिकार हो गए।
अधिवक्ताओं का कहना था कि नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने और निकाह करने की घटनाएं घृणित हैं, जिन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसी आक्रोश में उन्होंने आरोपियों पर हमला कर दिया। आरोपी इतने भयभीत हो गए कि उन्होंने न्यायालय से बाहर ले जाने से पहले अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की।
काफी देर बाद जब कचहरी परिसर खाली हुआ, तब भारी सुरक्षा के बीच तीनों आरोपियों को जेल भेजा गया। जानकारी के अनुसार, आदमपुर थाना क्षेत्र की 13 वर्षीय किशोरी का धर्मांतरण कर निकाह कराने के आरोप में पुलिस ने मंगलवार को मौलवी मोहसीन, मुरसलीन और आबिद सुल्तान को गिरफ्तार किया था। बुधवार को मेडिकल परीक्षण के बाद शाम चार बजे उन्हें अदालत में पेश किया गया।
उधर, पीड़ित किशोरी को सुरक्षा व्यवस्था के तहत रामनगर स्थित संवासिनी गृह में रखा गया है।