अतिक्रमण अभियान और यातायात व्यवस्था का निरीक्षण: अपर पुलिस आयुक्त ने दिए कड़े निर्देश

वाराणसी(काशीवार्ता)। अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस. चन्नप्पा ने मंगलवार को शहर के प्रमुख चौराहों और स्थानों पर पैदल गश्त कर अतिक्रमण और यातायात व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुलिस लाइन चौराहा, चौकाघाट चौराहा, अंधरापुल चौराहा और कैंट बस स्टेशन इंग्लिसिया लाइन तक का दौरा किया और वहां की स्थिति का बारीकी से जायजा लिया।

डॉ. चन्नप्पा ने यातायात की सुचारु व्यवस्था और अतिक्रमण को हटाने के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने निरीक्षण के दौरान वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों और संबंधित थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे अतिक्रमण अभियान को सख्ती से लागू करें। इसके साथ ही, उन्होंने यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता बरतने का आग्रह किया।

रोडवेज बस स्टेशन के सामने बेतरतीब खड़े वाहनों की वजह से होने वाले यातायात जाम की समस्या पर विशेष ध्यान देते हुए, डॉ. चन्नप्पा ने निर्देश दिए कि वाहनों की पार्किंग सुव्यवस्थित तरीके से की जाए। उन्होंने कहा कि वाहनों को व्यवस्थित तरीके से खड़ा करने से न केवल यातायात जाम की समस्या हल होगी, बल्कि आम जनता को भी सुगम यातायात का लाभ मिलेगा।

निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस आयुक्त ने इस बात पर भी जोर दिया कि यातायात अव्यवस्था और अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं के समाधान के लिए कड़े नियमों को लागू करना अनिवार्य है, ताकि शहर की सड़कों पर यातायात संचालन बेहतर हो सके और आम जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

डॉ. चन्नप्पा ने पुलिसकर्मियों से कहा कि वे अतिक्रमण हटाने और यातायात व्यवस्था को सुधारने के अभियान को प्राथमिकता दें। इसके साथ ही, उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इस बात की भी अपेक्षा की कि वे नियमित रूप से इन क्षेत्रों का निरीक्षण करें और स्थिति पर नजर बनाए रखें, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को समय रहते ठीक किया जा सके।

इस निरीक्षण के बाद यह साफ संकेत मिलते हैं कि वाराणसी में यातायात और अतिक्रमण की समस्याओं पर अब प्रशासन सख्त कार्रवाई करने जा रहा है। इसके तहत नागरिकों से भी अपेक्षा की जा रही है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और प्रशासन के साथ सहयोग करें, ताकि शहर में एक बेहतर और सुगम यातायात व्यवस्था स्थापित की जा सके।

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