
मनोविज्ञान विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में जागरूकता पदयात्रा के साथ ‘आत्महत्या निवारण सप्ताह’ का शुभारंभ
वाराणसी। मनोविज्ञान विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मनोमय आधिकारिक गतिविधि क्लब के तत्वावधान में आयोजित एवं स्वयंसाध्य वेलनेस सेंटर, वाराणसी और कॉग्निविया मेंटल हेल्थ क्लिनिक द्वारा प्रायोजित आत्महत्या निवारण सप्ताह का गुरुवार को शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी ने कहा कि आत्महत्या समाज की एक गंभीर समस्या है। इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को सकारात्मक सोच अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। विश्वविद्यालय मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्य अतिथि आलोक अग्निहोत्री, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने कहा कि आत्महत्या की रोकथाम तभी संभव है, जब हम संवाद और संवेदनशीलता की संस्कृति को मजबूत करें। मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरुकता फैलाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
कार्यक्रम की संयोजक एवं विभागाध्यक्ष प्रो. शेफाली वर्मा ठकराल ने कहा कि यह सप्ताह हमारे लिए एक सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हमें ऐसा वातावरण बनाना होगा जहां हर व्यक्ति अपनी भावनाएं निडर होकर साझा कर सके और समय रहते सहायता प्राप्त कर सके। मनोमय क्लब के संकाय प्रभारी डॉ. मुकेश कुमार पंथ ने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
आयोजन सचिव डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया कि उद्घाटन समारोह और जागरूकता पदयात्रा के साथ आत्महत्या निवारण सप्ताह की शुरुआत हुई। 05 सितम्बर को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छात्रों को आत्महत्या जैसी गंभीर समस्या पर सामाजिक संदेश दिया जाएगा। वहीं 06 सितम्बर को ‘क्रिएटिव एक्सप्रेशन प्रतियोगिता’ के अंतर्गत विद्यार्थियों ने कविता, पोस्टर और कहानी-वाचन प्रस्तुत कर अपने विचार साझा किया जाएगा। 07 सितम्बर को आउटरीच कार्यक्रम, 08 सितम्बर को स्कूल जागरूकता अभियान और नुक्कड़ नाटक, 09 सितम्बर को पैनल चर्चा एवं नीति-पत्र प्रस्तुति और 10 सितम्बर को विश्व आत्महत्या निवारण दिवस पर समापन समारोह आयोजित किया जाएगा।
शुभारंभ कार्यक्रम में डॉ. दुर्गेश कुमार उपाध्याय, डॉ. पूर्णिमा श्रीवास्तव, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. कंचन सिंह, डॉ. दीपमाला बघेल, डॉ. अभिषेक मिश्रा आदि उपस्थित रहे।