रामनगर(वाराणसी) काशीवार्ता।
अल हुदा एजूकेशनल सोसायटी व फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी की ओर से दालमंडी, वाराणसी में मीर अनीस ,मिर्ज़ा दबीर व मौलाना अहमद हसन को समर्पित व भारतीय एकता पर आधारित सेमिनार का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर शायरों ने एक से बढ़ कर एक शायरी व नज़्म पेश किया। मुशायरे व सेमिनार की अध्यक्षता सैय्यद अक़ील हुसैनी एवं संचालन सैय्यद इन्तेज़ार आब्दी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मौलाना ज़मीरुल हसन , विशिष्ट अतिथि डॉ सैय्यद शफीक़ हैदर व सैय्यद आलिम हुसैन रिजवी को आयोजक मण्डल ने अंग वस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की शुरुआत देशभक्ति गीत से हुई।वसीम हैदर , हसन अब्बास ,मौलाना ज़हीन हैदर, डॉ क़मर आब्दी ने मीर अनीस ,मिर्ज़ा दबीर व मौलाना अहमद हसन के जीवनकाल प्रकाश डाला । शायर नायाब ,एकराम रूस्तम साबरी , शहंशाह सोनवी ,अशरफ उन्नावी ,अनस बिजनौरी ,रेहान बनारसी ,अनस बनारसी आदि ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्य अतिथि मौलाना ज़मीरुल हसन ने मीर अनीस ,मिर्ज़ा दबीर को उर्दू और फारसी में उनकी शायरी को आधुनिक काल की सर्वश्रेष्ठ शायरी और प्रसिद्ध कविताओं का ज़िक्र करते हुए याद किया। मौलाना इन्तेज़ार आब्दी ने तीनों महान शायरों व विभूतियों को उर्दू का स्तम्भ बताया। शफक़त अब्बास पाशा ने मौलाना अहमद हसन को खेराजे अक़ीदत पेश की। कार्यक्रम में फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के सेक्रेटरी शौकत अली ,एस ए खान ,इफ्तेखार आलम ने आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में 51 समाज सेवियों व अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले योद्धाओं को स्मृतिचिह्न व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
समाजिक क्षेत्र में योगदान देने वाले समाजसेवीयों को भी आयोजक कमेटी की ओर से विशेष सम्मान देकर सम्मानित किया गया।