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वाराणसी। बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में इस बार दशहरे पर आम जनता ऐतिहासिक रावण दहन नहीं देख पाएगी। सुरक्षा कारणों से जिला प्रशासन और बरेका प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि 2 अक्तूबर, बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से लेकर रावण दहन तक बरेका के सभी प्रवेश द्वार बंद रहेंगे। इस दौरान केवल चुनिंदा लोगों को ही पास के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।
बरेका के जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि विजयादशमी पर बरेका केंद्रीय खेल मैदान में रावण दहन देखने के लिए हर साल एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ जुटती है। भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ककरमत्ता मुख्य गेट, एफसीआई गेट, नाथूपुर गेट, पहाड़ी गेट और कंदवा गेट पूरी तरह सील रहेंगे। केवल पास धारकों और रेल कर्मचारियों को पहचान पत्र दिखाने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति मिलेगी। जिन लोगों के पास ये विशेष पास होंगे, वे ही गेट से प्रवेश कर पाएंगे। आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
गौरतलब है कि बरेका का रावण दहन कार्यक्रम 50 साल से अधिक पुराना है और इसे देखने शहर ही नहीं, आसपास के जिलों से भी लोग आते हैं। इस बार आम जनता इस ऐतिहासिक परंपरा को सीधे देखने से वंचित रह जाएगी। प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हालांकि, स्थानीय लोग इसे लेकर निराशा जता रहे हैं क्योंकि वर्षों से वे इस अनोखे आयोजन का हिस्सा बनते रहे हैं।