वाराणसी।मंगलवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर के पास दो पुराने मकान ढहने की घटना में आठ लोग मलबे में दब गए। इनमें एक महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थी, जो अपनी ड्यूटी पर तैनात थी। अब तक छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि दो महिलाएं अभी भी मलबे में फंसी हैं, जिन्हें निकालने के लिए NDRF की टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। NDRF की टीम को भी बुलाया गया। हादसे के कारण मैदागिन और गोदौलिया से काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है, और गेट नंबर 4 से श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया है। ये मकान मंदिर कॉरिडोर से मात्र 10 मीटर की दूरी पर स्थित थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए हैं।
70-80 साल पुराने मकान थे:
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास खोवा गली में स्थित ये दोनों मकान अगल-बगल बने हुए थे। इनके मालिक राजेश और मनीष गुप्ता चचेरे भाई हैं। मकान 70-75 साल पुराने थे और उनकी दीवारें जर्जर हो चुकी थीं। मनीष गुप्ता का मकान चार मंजिला था, जबकि राजेश गुप्ता का मकान तीन मंजिला मंगलवार तड़के करीब 3 बजे मनीष गुप्ता का मकान अचानक ढह गया और कुछ ही देर बाद दूसरा मकान भी गिर गया। मकान के पास ही एक पुलिस पिकेट थी, जहां तैनात महिला पुलिसकर्मी भी मलबे में दबकर घायल हो गई। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचने का प्रयास किया, लेकिन मकान के खतरनाक ढंग से गिरे होने के कारण अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। थोड़ी देर में पुलिस और NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
प्रधानमंत्री ने मण्डलायुक्त से घटना की ली जानकारी
प्रधानमंत्री द्वारा रात में वाराणसी में हुई दो मकान गिरने की दुखद घटना पर सुबह सुबह मंडल आयुक्त कौशल राज शर्मा से फ़ोन पर बात करके जानकारी ली।
उनको एनडीआरएफ, फायर, पुलिस, प्रशासन द्वारा चलाये गए रेस्क्यू आपरेशन की तथा घायलों के अस्पताल में इलाज कराये जाने की विस्तृत जानकारी दी गई।
उन्होंने रात्रि में गिरे दोनों मकान में रह रहे सभी लोगों की जानकारी प्राप्त की। उनके द्वारा मृतक महिला के प्रति संवेदना व्यक्त की गई और सभी नौ घायल लोगों के निशुल्क अच्छे से अच्छे इलाज के निर्देश दिए गए।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया
वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया, “रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग समाप्ति की ओर है। परिवार के कुल 9 सदस्य यहां पर फंस गए थे। सभी को निकाल लिया गया है और इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। एक महिला कांस्टेबल यहां घायल हुई थीं जिन्हें भी अस्पताल भेज दिया गया है।हमारे सभी बलों की मदद से इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है. एक महिला की मौत की खबर सामने आई है. परिवार के सदस्यों का कहना है कि सभी लोगों को निकाला जा चुका है. इस समय हमारा पूरा ध्यान रेस्क्यू ऑपरेशन और घायलों के इलाज पर है।