झांसी की मूंगफली का बज रहा है डंका: योगी सरकार बनाएगी मूंगफली क्लस्टर

काशीवार्ता न्यूज़।झांसी अपने सॉफ्ट टॉयज के लिए प्रसिद्ध है, जिसे योगी सरकार ने ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) योजना के तहत और बढ़ावा दिया। अब इसी तरह की पहल झांसी की मूंगफली के लिए की जा रही है। योगी सरकार विश्व बैंक की सहायता से यूपी:एग्रीज योजना के तहत झांसी को मूंगफली क्लस्टर के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। इससे झांसी की मूंगफली न केवल भारत के प्रमुख बाजारों में उपलब्ध होगी, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में भी इसका निर्यात किया जाएगा।

मूंगफली की उपज और रकबे में वृद्धि
पिछले एक दशक में उत्तर प्रदेश के किसानों ने मूंगफली की खेती में रुचि दिखाई है, जिससे प्रति हेक्टेयर उत्पादन और रकबे में वृद्धि हुई है। डायरेक्टर ऑफ इकोनॉमिक्स एंड स्टेट मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में मूंगफली का रकबा 2% से बढ़कर 4.7% हो गया है, जो ढाई गुना से अधिक वृद्धि है।

गुजरात मूंगफली उत्पादन में शीर्ष पर
गुजरात देश का सबसे बड़ा मूंगफली उत्पादक राज्य है, जहां 20 लाख हेक्टेयर में कुल उत्पादन का 47% होता है। राजस्थान और तमिलनाडु क्रमशः 16% और 10% हिस्सेदारी के साथ अगले स्थान पर हैं।

विदेशी मुद्रा भी लाएगी झांसी की मूंगफली
सरकार की योजना है कि झांसी में उत्पादित मूंगफली की मांग को देखते हुए इसका निर्यात इंडोनेशिया, वियतनाम, थाईलैंड, मलेशिया, और फिलीपींस जैसे देशों में किया जाए। इससे देश को विदेशी मुद्रा अर्जित करने का मौका मिलेगा।

मूंगफली के औषधीय और व्यावसायिक उपयोग
मूंगफली पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जिसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, और मिनरल्स शामिल हैं। इसका उपयोग तेल, सौंदर्य उत्पाद, पशु आहार, स्नैक्स, और अन्य खाद्य पदार्थों में होता है। साथ ही, इसके छिलके का उपयोग ईंधन के रूप में भी किया जाता है, जिससे किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलता है।

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