लखनऊ, 6 सितंबर। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। इसी क्रम में सरकार आगामी तीन वर्षों में प्रदेश के 57 जनपदों (18 मंडल मुख्यालयों को छोड़कर) में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों का निर्माण कर रही है। इन विद्यालयों में प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 12 तक की शिक्षा प्रदान की जाएगी, और यह विद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप छात्रों के समग्र विकास पर केंद्रित होंगे।
इस योजना के तहत प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर एक विद्यालय का निर्माण किया जाएगा, जिसमें लगभग 3000 विद्यार्थी एक साथ अध्ययन कर सकेंगे। विद्यालय कम से कम 25 एकड़ भूमि पर निर्मित होंगे और इनमें शिक्षा विभाग द्वारा उच्चतम गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों में पूर्व से कार्यरत उत्कृष्ट शिक्षकों को प्रमाणिकता के आधार पर तैनात किया जाएगा। इन विद्यालयों में प्री प्राइमरी, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं के लिए अलग-अलग शैक्षणिक ब्लॉक बनाए जाएंगे। यहां स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, विज्ञान और गणित की अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, खेल मैदान, स्किल लैब और केंद्रीकृत किचन की सुविधाएं होंगी।
विद्यालय भवन भूकंपरोधी तकनीक से निर्मित किए जाएंगे और इसमें हरित ऊर्जा और ऊर्जा कुशल वास्तुकला का उपयोग किया जाएगा। वर्ल्ड क्लास अवस्थापना सुविधाओं में सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन इकाइयां, आरओ एवं यूवी वाटर प्लांट, मिड डे मील की व्यवस्था, और हैंडवॉशिंग यूनिट्स शामिल होंगी। शिक्षकों के लिए अलग-अलग स्टाफ रूम का भी निर्माण किया जाएगा।
योगी सरकार का यह कदम प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और छात्रों को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।